Wednesday, 8 May 2019

प्रेम में निर्भरता

कहाँ खोये हो,
क्या सोच रहे हो, 
कोई दिक्कत है क्या?
क्या क्या सवाल पूछे नहीं जाते 
'मुझे बता सकते हो' कहने वालों को कोई कहे- 
सारे दर्द कहे नहीं जाते|

अगर आप  इस तरह की दुविधा में हैं तो आपको इसका निष्कर्ष ढूंढना होगा| आप कह नहीं सकते लेकिन आप दर्द से निकल सकते हैं|
रिश्ते एक जैसे स्थाई नहीं होते उन्हें तराशते की जरूरत होती है| किसी का आपमें वो लगाव न रह जाना आप की कोई गलती नहीं है- ये वक्त है, जहाँ आपको खुद को बेहतर बनाते रहना है| याद रहे इंसान बेहतरी से ही प्रेम करता है|
आप किसी और को नहीं बदल सकते, आप खुद को बदल सकते हैं| अगर आप की ख़ुशी किसी के ऊपर निर्भर करती है तो आप कभी खुश नहीं रहेंगे| प्रेम में निर्भरता एक हद से ज्यादा न हो तो अच्छा है, प्रेम बना रहता है|