कहाँ खोये हो,
क्या सोच रहे हो,
कोई दिक्कत है क्या?
क्या क्या सवाल पूछे नहीं जाते
'मुझे बता सकते हो' कहने वालों को कोई कहे-
सारे दर्द कहे नहीं जाते|अगर आप इस तरह की दुविधा में हैं तो आपको इसका निष्कर्ष ढूंढना होगा| आप कह नहीं सकते लेकिन आप दर्द से निकल सकते हैं|
रिश्ते एक जैसे स्थाई नहीं होते उन्हें तराशते की जरूरत होती है| किसी का आपमें वो लगाव न रह जाना आप की कोई गलती नहीं है- ये वक्त है, जहाँ आपको खुद को बेहतर बनाते रहना है| याद रहे इंसान बेहतरी से ही प्रेम करता है|
आप किसी और को नहीं बदल सकते, आप खुद को बदल सकते हैं| अगर आप की ख़ुशी किसी के ऊपर निर्भर करती है तो आप कभी खुश नहीं रहेंगे| प्रेम में निर्भरता एक हद से ज्यादा न हो तो अच्छा है, प्रेम बना रहता है|
